नशापान को त्याग कर गोटूल व्यवस्था को मजबूत करना होगा: कमलेश्वर मांझी

हेठगद्दी परिक्षेत्र में हेठगद्दी गोंड महसभा द्वारा आयोजित पांच दिवसीय खेल प्रतियोगिता का समापन 25वा वार्षिक सम्मेलन आयोजित कर किया गया। वार्षिक सम्मेलन का शुभारंभ समाज के ही बुजुर्ग पाहन – पुजारी के माध्यम से पांच कुली देवी – देवताओं को पूजा अर्चना के साथ किया गया। संध्याकालीन सत्र में सर्वप्रथम विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत आयोजन समिति के महिला- पुरुषों के अगुवाई में मरदानी झूमर नृत्य के साथ नाचते गाते हुए किया गया और उन्हें सम्मानपूर्वक मुख्य आयोजन स्थल तक लाया गया। जहां अतिथियों ने दीप जलाकर मुख्य कार्यक्रम का शुरूआत किया। आयोजन समिति के महिलाओं द्वारा स्वागत गान के बाद फूल माला पहनाकर, बैज लगाकर और शॉल ओढ़ाकर अतिथियों का सम्मान किया गया।

उत्तरप्रदेश से आए मुख्य अतिथि तरुण नेताम ने समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गोंड समाज के विकास के लिए अब भौगोलिक दूरी को कम करके सामाजिक अपनत्व की भावना को बढ़ाना होगा। छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश जैसे गोंड बहुल राज्य के लोगों के साथ भी रोटी- बेटी का संबंध को बढ़ाते हुए भाषा, संस्कृति और परंपरा को आदान -प्रदान करना होगा। गांव के युवाओं को आधुनिक समयानुसार स्कील्ड होना होगा और समाज के बागडोर को अपने हाथों पर लेना होगा।

See also  खरसावां गोलीकांड: आजाद भारत का जालियांवाला बाग, जब 50,000 आदिवासियों पर बरसी गोलियां

विशिष्ट अतिथि कमलेश्वर मांझी ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर समाज की स्थापना करना है। हर समस्या का समाधान समाज के अंदर ही ढूंढना होगा। गोटूल व्यवस्था जैसे हमारे प्राचीन व्यवस्था को पुनर्जीवित करना होगा ताकि हमारे बच्चे आधुनिक समय के अनुसार ढलते हुए अपने पुराने संस्कृति और व्यवस्था को भी आगे ले चलने में अपनी भूमिका निभा सकें। नशापन को त्याग कर एक स्वच्छ, सशक्त और सुंदर समाज की स्थापना करना ही मेरा उद्देश्य है। देवनंदन प्रधान ने गोंडी भाषा, संस्कृति और इतिहास के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दिए। इसके अलावा सुशांत कुमार नायक, राजू नायक, कमल ठाकुर, सुनीता देवी, अनुज बेसरा, देवसिंह मांझी, दलमति बेसरा, राजेश्वर प्रधान, बंधु मांझी,शांति देवी, माधुरी देवी, रुक्मिणी देवी ने भी अपने विचार समाज के बीच रखे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया


वार्षिक सम्मेलन में आवगा गोटूल केंद्र, घरसा गोटूल केंद्र, खरवाटोली महल्ला समिति और गोंडवाना विकास विद्यालय की छोटे-छोटे बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। जिसका दर्शकों ने खूब आनंद लिया और पुरस्कार देकर उन्हें प्रोत्साहित किए। रात्रि में भोजन के बाद विशेष आमंत्रित गायक- कलाकारों के द्वारा नागपुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जहां कलाकारों ने आधुनिक, नागपुरी गानों के साथ लोगों को झूमने के लिए मजबूर किया। मंच संचालन नरेश बेसरा, आसमान मांझी, दूरपद मांझी और नरेंद्र नेटी ने किया।

See also  How Jharkhand Changed the Face of India

मौके पर मुनेंद्र मांझी, मोहनाथ प्रधान, नरेंद्र कुमार मांझी, राजनाथ मांझी, आसमान मांझी, हीरोधार मांझी, अजर मांझी, जोगेंद्र मांझी सहित समस्त हेठगद्दी परिक्षेत्र के महल्ला समिति आदि शामिल थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

10 most Expensive cities in the World धरती आबा बिरसा मुंडा के कथन