भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चीन और अमेरिका की भूमिका हमेशा से महत्वपूर्ण रही है। दोनों देशों की स्थिति इतिहास और वर्तमान में अलग-अलग रही है।
1. अमेरिका की स्थिति
ऐतिहासिक संदर्भ:
- 1947-1960s: अमेरिका ने शुरू में दोनों देशों के साथ संबंध बनाए, लेकिन पाकिस्तान को SEATO और CENTO जैसे सैन्य गठबंधनों में शामिल कर साम्यवाद विरोधी नीति के तहत सैन्य सहायता दी।
- 1971 का युद्ध: अमेरिका ने पाकिस्तान का समर्थन किया और निक्सन-किसिंजर नीति के तहत भारत के खिलाफ USS एंटरप्राइज को बंगाल की खाड़ी में भेजा।
- 1990s के बाद: सोवियत संघ के पतन के बाद अमेरिका का भारत के साथ रिश्ता मजबूत हुआ। 2008 के परमाणु समझौते (Indo-US Nuclear Deal) ने दोनों देशों को करीब लाया।
वर्तमान स्थिति:
- पाकिस्तान के प्रति: अमेरिका का भरोसा पाकिस्तान पर कम हुआ है, खासकर आतंकवाद (अल-कायदा, तालिबान) को समर्थन देने के आरोपों के बाद।
- भारत के प्रति: अमेरिका ने भारत को “प्रमुख रक्षा साझेदार” घोषित किया है और QUAD (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) के माध्यम से चीन के खिलाफ रणनीतिक सहयोग बढ़ाया है।
- हाल के तनाव (2019 पुलवामा, बालाकोट): अमेरिका ने भारत के “आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई” का समर्थन किया, लेकिन युद्ध जैसी स्थिति में हस्तक्षेप से बचा।
2. चीन की स्थिति
ऐतिहासिक संदर्भ:
- 1962 का भारत-चीन युद्ध: चीन ने भारत को हराया, जिसके बाद से वह पाकिस्तान का करीबी सहयोगी बना।
- 1965 और 1971 के युद्ध: चीन ने पाकिस्तान को सैन्य और राजनीतिक समर्थन दिया।
- 1990s-2000s: चीन ने पाकिस्तान को परमाणु और मिसाइल तकनीक दी (जैसे M-11 मिसाइल) और CPEC (चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा) शुरू किया।
वर्तमान स्थिति:
- पाकिस्तान के प्रति: चीन, पाकिस्तान का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता और आर्थिक सहयोगी है। CPEC के जरिए चीन पाकिस्तान में रणनीतिक निवेश कर रहा है।
- भारत के प्रति: चीन, भारत को प्रतिद्वंद्वी मानता है और LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर तनाव बनाए रखता है (जैसे 2020 गालवान घाटी संघर्ष)।
- हाल के तनाव: चीन ने 2019 के कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया और UNSC में भारत के खिलाफ बयानबाजी की।
निष्कर्ष:
देश | भारत के प्रति | पाकिस्तान के प्रति |
---|---|---|
अमेरिका | रणनीतिक साझेदारी, QUAD, रक्षा सौदे | आतंकवाद को लेकर आलोचना, सैन्य सहायता कम |
चीन | प्रतिद्वंद्विता, LAC पर तनाव | मजबूत सैन्य-आर्थिक समर्थन, CPEC |
- अमेरिका भारत के करीब है और पाकिस्तान से दूरी बना रहा है।
- चीन पाकिस्तान का सबसे बड़ा समर्थक है और भारत के खिलाफ पाकिस्तान को मजबूत करता है।
भविष्य में, भारत-अमेरिका साझेदारी बढ़ने की संभावना है, जबकि चीन-पाकिस्तान गठजोड़ और मजबूत होगा।