हजारीबाग: महाशिवरात्रि के अवसर पर झारखंड के हजारीबाग जिले में मंगला जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई। डुमरांव गांव में धार्मिक झंडा लगाने को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। इस घटना में कई लोग घायल हुए, जबकि कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया और भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया। प्रशासन की ओर से क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर साधा निशाना
इस घटना को लेकर झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने इसे “घोर निंदनीय और अस्वीकार्य” करार देते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है।
मरांडी ने कहा, “इस हमले की सीधी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की है। या तो उनकी मूक सहमति से ये घटनाएं हो रही हैं या फिर वे राज्य में कानून-व्यवस्था संभालने में पूरी तरह अक्षम हैं।”
उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि त्योहारों के दौरान लगातार बढ़ती हिंसा झारखंड के लिए खतरनाक संकेत है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही हालात नहीं सुधरे तो राज्य में “तालिबानी शासन” जैसी स्थिति बन जाएगी।
रामनवमी को लेकर विशेष सुरक्षा की मांग
बाबूलाल मरांडी ने सरकार से मांग की कि रामनवमी के अवसर पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाएं। उन्होंने कहा कि धार्मिक जुलूसों पर हमलों को रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जाए और इस तरह की घटनाओं में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो।
फिलहाल हजारीबाग में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।