मुक्त कविताएं

हर बात पर मेरी हामी नहीं है
ज़ुल्म के आगे सलामी नहीं है
भूल गया मेरी खुद्दारी का इम्तहान लेने वाला
मेरी रगों में लहू है, ग़ुलामी नहीं है

-अज्ञात

"हम पूरी तरह से, दुनिया में एकमात्र ऐसे व्यक्ति होने से इनकार करते हैं जो अपने भाग्य का फैसला दूसरों द्वारा करने के लिए सहमत है।"
-गोल्डा मेयर, पूर्व प्रधानमंत्री, इजरायल
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