Category: First People
आदिवासियों का धर्मांतरणः इंदिरा, मोदी, RSS, ईसाई मिशनरियों का रुख और डिलिस्टिंग की मांग का क्या है कनेक्शन?
यह धर्मांतरण का मुद्दा ऐसा रहा है जिसपर हिन्दू और ईसाई समुदाय के अगुआ तो बोलते रहे, लेकिन आदिवासी समाज के अंदर से इसके खिलाफ कभी संगठित आवाज नहीं निकली. जब कभी प्रयास हुए भी, उसको राजनैतिक तौर पर विफल कर दिया गया. हालांकि एक बार फिर यह मांग देश के कुछ आदिवासी बहुल राज्यों…
बिरसा आंदोलन के 125 साल बाद आदिवासियों के लिए क्या बदला?
बिरसा मुंडा: कल आज और कल-1 कृति मुण्डा नाम है उसका, घर के चौथे मंजिल में लगभग बंद सी रहती है. दिन में शायद ही कभी निकलती है. सबसे खास बात है उसे निकलने नहीं दिया जाता है. अब उसे आदत सी हो गयी है कि अब उसे निकलने की जरुरत भी नहीं पड़ती है….
क्या है सरना धर्म?
सरना धर्म क्या है ? यह दूसरे धर्मों से किन मायनों में जुदा है ? इसका आदर्श और दर्शन क्या है ? अक्सर इस तरह के सवाल पूछे जाते हैं। कई सवाल सचमुच जिज्ञाशा के पुट लिए होते हैं और कई बार इसे शरारती अंदाज में भी पूछा जाता है, कि गोया तुम्हारा तो कोई…
जोहार क्या है? जानिए
व्यक्ति के द्वारा शुरू में जोहार, जोआर (मुंडा/संताल/हो), सेवा जोहार और इसका जवाब ‘सेवा-सेवा’/ ‘सेवा-सेवा-सेवा जोहार/ जय जोहार (मध्य-पश्चिम भारत) कहा जाता है. ‘सेवा-जोहार’, ‘सेवा-सेवा-सेवा जोहार’ भटकाव नहीं है बल्कि आदिवासी कबीलाई समुदाय के एक दूसरे से मिलने से उत्पन्न शब्द हैं जो किसी-न-किसी प्रकार से पूरब-पश्चिम, और उत्तर-दक्षिण के आदिवासियों का एक मिलाप बिंदु…
चमत्कार’ नहीं, आदिवासी जीवन की ‘सहजीविता’ है
लगभग 40 दिन पहले कोलंबिया के घने जंगल (अमेजन के जंगल) में एक छोटा विमान क्रैश हो गया था। इस दुर्घटना में सभी वयस्क मारे गए थे और चार बच्चे लापता हो गए थे। लापता बच्चों की उम्र 14 साल, 9 साल, 7 साल और 1 साल थी। अनुमान लगाया जा रहा था कि ये…
धरती आबा एक नेतृत्वकर्ता पैगंबर और सामाजिक क्रांतिकारी
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का उलगुलान महज विद्रोह नहीं था. बल्कि आदिवासियों के बीच एक वैचारिक क्रांति भी थी. धरती आबा एक नेतृत्वकर्ता, पैगंबर और सामाजिक क्रांति के प्रतीक थे. उन्होने देशभर के आदिवासियों को दिशा देने का काम किया. चाहे वह सभी बोंगाओं को छोड़ एक बोंगा पर विश्वास की बात हो या…
यहां के आदिवासी बनाते हैं जीवित पुल, जो वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में है शामिल
भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्रों जीवित पेड़ों के जड़ों से पुल बनाया जाता है. जिंदा पेड़ों की जड़ों से बने ब्रिज बेहद ही खास है. इसे दुनिया का सबसे मजबूत पुल माना जाता है. दरअसल, भारत के पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में बने इस पुल के सामने दुनिया के कई ब्रिज आपको फीके लगने लगेंगे.करीब दो सौ…
भारत के अनुसूचित जनजातियों की सूची
भारत सरकार अनुसूचित जनजातियों(आदिवासियों) की सूची राज्य/केंद्रीय संघ, जिला के आधार पर बनाती है, यह सूची राज्यों के अनुसार जारी सूची के अनुसार है। जनजातियों(आदिवासियों) की कोई केंद्रीय सूची नही है, यही कारण है कि एक राज्य में अधिसूचित अनुसूचित जनजाति दूसरे राज्य में अधिसूचित नही भी हो सकती है। संपूर्ण भारत में जनजातियों की…
तराओ जनजाति: युनिस्कों इस जनजाति को विलुप्ति हो चुकी जनजाति घोषित कर चुकी थी
तराओ जनजाति संरक्षित जनजातियों में से एक जनजाति है. यह समुदाय पूर्वोत्तर भारत में मणिपुर के चंदेल जिले के पहाड़ियों में रहते हैं. इनका संबंध तिब्बति-बर्मन जनजाति के मंगोलियाई नस्ल से संबंधित हैं.एक किंवदंती के अनुसार, तराओं की उत्पत्ति मणिपुर के दक्षिणी भाग में स्थित एंथोना पहाड़ी या हौबी पहाड़ी के तुकलीहखुर गुफा से निकले…
ब्राजील की आदिवासी महिला जिसने बचाया 4 लाख एकड़ जंगल
ब्राजील की आदिवासी महिला ऐलेसान्द्रा कोराप मुन्डुरुकू को अपने देश में पर्यावरण बचाने के लिए गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार 2023 मिला है. उन्होंने 4 लाख एकड़ जंगल को विदेशी(अमेरीकी और ब्रिटिश) माइनिंग कंपनियों से बचाया. दरअसल एलेसेंड्रा कोराप मुंडुरुकु ने ब्राजील के अमेज़ॅन रेनफॉरेस्ट में ब्रिटिश खनन कंपनी और एंग्लो अमेरिकन द्वारा खनन विकास को रोकने…