
Category: First People

करम पर्व : आदिवासी जीवन का पर्यावरण और सामूहिकता का उत्सव
करम पर्व भारत के मध्य और पूर्वी राज्यों—झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल के आदिवासी समुदायों का प्रमुख त्योहार है। यह पर्व हर वर्ष भादो मास (अगस्त-सितंबर) में मनाया जाता है। यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि प्रकृति, खेती, भाई-बहन के रिश्ते और सामूहिक जीवन का उत्सव है। करम पर्व की कथा…

आदिवासी समाज और चर्च की बढ़ती पकड़: आस्था या पहचान का संकट?
*”भारत के आदिवासी समुदाय सिर्फ इंसान नहीं, बल्कि प्रकृति के सच्चे संरक्षक माने जाते हैं। झारखंड और छत्तीसगढ़ की धरती पर सरना धर्म ‘जाहेरथान’ और ‘मरांग बुरू’ की पूजा से जीवन को दिशा देता है। अरुणाचल की पहाड़ियों में डोनी-पोलो – यानी सूरज और चाँद – लोगों के जीवन का प्रकाश और समय का चक्र…

Niamtre: मेघालय का भूला हुआ आदिवासी धर्म
भारत विविध धर्मों और संस्कृतियों की भूमि है। यहाँ प्राचीन वैदिक परंपराओं से लेकर आधुनिक धर्म सुधार आंदोलनों तक अनेक आस्थाएँ जीवित रही हैं। लेकिन इस बहुलता के बीच कई आदिवासी धर्म ऐसे भी हैं जिनके बारे में आम जनता बहुत कम जानती है। इन्हीं में से एक है – Niamtre धर्म।यह धर्म मुख्य रूप…

Why Tribal Religion is Called “Superstition” in India
Across India, nearly 10 crore people—belonging to more than 700 officially recognized Scheduled Tribes—follow diverse systems of faith. These traditions are rooted in the worship of nature, ancestors, and community deities. They have no single holy book, no centralized priesthood, and no fixed temples. Instead, they live through rituals, oral narratives, seasonal festivals, and sacred…

डूंगरी बांध: विकास का सपना या विस्थापन की त्रासदी?
राजस्थान का करौली-धौलपुर इलाका प्राकृतिक खूबसूरती, ऐतिहासिक धरोहरों और उपजाऊ ज़मीन के लिए जाना जाता है। यमुना और चंबल के बीच बसा यह इलाका सांस्कृतिक रूप से भी बेहद समृद्ध है। इसी इलाके में प्रस्तावित है डूंगरी बांध परियोजना – एक ऐसी योजना जिसे सरकार “विकास और जल प्रबंधन” के बड़े कदम के रूप में…

सूर्या हांसदा की कथित फर्जी मुठभेड़: झारखंड और देश में आदिवासी समुदाय की बढ़ती चिंता
रांची, झारखंड — झारखंड के गोड्डा जिले में पूर्व भाजपा नेता और आदिवासी समाज के प्रभावशाली चेहरे सूर्या नारायण हांसदा की पुलिस मुठभेड़ में मौत ने राज्य की राजनीति और सामाजिक माहौल में भूचाल ला दिया है। पुलिस का दावा है कि हांसदा नक्सलियों को हथियार पहुंचाने जा रहे थे और मुठभेड़ के दौरान मारे…

Indigenous Day: Ensuring the Protection of Indigenous Rights
Every year on August 9, the world observes International day of worlds Indigenous people to recognize and protect the rights, identity, and heritage of Indigenous peoples across the globe. Despite their rich cultural contributions, Indigenous communities have often faced the gravest violations of their rights. The Crisis of Indigenous Languages Today, there are nearly 5,000…

झारग्राम में ‘आदिवासी दिवस’ का भव्य आयोजन, मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा ‘आदिवासी दिवस’ (Adivasi Diwas) के अवसर पर झारग्राम में एक भव्य राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस चार दिवसीय उत्सव का शुभारंभ किया, जिसमें हजारों की संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग पारंपरिक परिधान में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने आदिवासी नृत्य मंडली के साथ ‘मदल’…

Jharkhand Movement Leader Shibu Soren Passes Away
Ranchi, 4 August 2025:Veteran tribal leader and Jharkhand Mukti Morcha (JMM) patriarch Shibu Soren, popularly known as Dishom Guru, passed away this morning after prolonged illness. He was 81. Soren was a towering figure in the Jharkhand movement that led to the creation of India’s 28th state in 2000. Born on 11 January 1944 in…

आभा कुजूर: एक आदिवासी बेटी की बॉडीबिल्डिंग से अंतर्राष्ट्रीय मंच तक की प्रेरणादायक यात्रा
आज जब दुनिया महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास की बात कर रही है, तब छत्तीसगढ़ की एक साधारण-सी लड़की, आभा कुजूर, असाधारण संकल्प और संघर्ष से न केवल महिला शक्ति का प्रतीक बनीं, बल्कि उन्होंने यह साबित कर दिया कि मजबूत इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत के सामने कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती। एक आदिवासी…