‘छावा’ फिल्म रिव्यू: छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता, विक्की कौशल की दमदार अदाकारी और बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई

‘छावा’ फिल्म ने रिलीज़ के बाद से ही दर्शकों और समीक्षकों के बीच विशेष ध्यान आकर्षित किया है। विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना और अक्षय खन्ना जैसे प्रमुख कलाकारों से सजी यह फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है।

कहानी: फिल्म की कहानी छत्रपति शिवाजी महाराज के निधन के पश्चात शुरू होती है, जहां मुगल सम्राट औरंगजेब दक्षिण भारत पर कब्जा करने की योजना बनाता है। शिवाजी महाराज के पुत्र, छत्रपति संभाजी महाराज (विक्की कौशल), अपने पिता के स्वराज्य के सपने को साकार करने के लिए मुगलों के खिलाफ संघर्ष करते हैं। फिल्म में संभाजी महाराज की वीरता, चुनौतियाँ और औरंगजेब (अक्षय खन्ना) के साथ उनका संघर्ष दर्शाया गया है।

लोगों की प्रतिक्रिया: फिल्म को दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज के रूप में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है, जबकि अक्षय खन्ना ने औरंगजेब के किरदार में गहराई और गंभीरता जोड़ी है। रश्मिका मंदाना ने महारानी येसुबाई के रूप में अपनी भूमिका को बखूबी निभाया है। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी, एक्शन सीक्वेंस और संगीत की भी सराहना की गई है।

See also  सरना स्थल सिर्फ एक पेड़ बनकर रह गए, क्या यह आदिवासियों के विनाश का संकेत है? अन्य लोगों पर इसका प्रभाव

बॉक्स ऑफिस कलेक्शन: बॉक्स ऑफिस पर ‘छावा’ ने धमाकेदार शुरुआत की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म ने पहले दिन 31 करोड़ रुपये की कमाई की, जिससे यह 2025 की सबसे बड़ी हिंदी ओपनर बन गई है। दूसरे दिन, फिल्म ने 36.5 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया, जिससे कुल कमाई 67.5 करोड़ रुपये हो गई। तीसरे दिन, रविवार को, फिल्म ने 40 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की, जिससे कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 107.5 करोड़ रुपये तक पहुँच गया। इस प्रकार, ‘छावा’ ने अपने पहले वीकेंड में ही 100 करोड़ क्लब में प्रवेश कर लिया है।

निष्कर्ष: ‘छावा’ एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म है, जो छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता और संघर्ष को दर्शाती है। विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना और अक्षय खन्ना के मजबूत प्रदर्शन के साथ, फिल्म ने दर्शकों का दिल जीता है। बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई के साथ, ‘छावा’ 2025 की सफल फिल्मों में से एक बनकर उभरी है। यदि आप ऐतिहासिक और एक्शन-प्रधान फिल्मों के शौकीन हैं, तो ‘छावा’ निश्चित रूप से देखने लायक है।

See also  झारखण्ड और पड़ोसी राज्यों में भाषा और लिपि की लड़ाई सिर्फ गलत और सही की लड़ाई नहीं है भाग-1

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

10 most Expensive cities in the World धरती आबा बिरसा मुंडा के कथन