बड़का शादी : पुरखों के साथ जीवित परंपराएं

पौष माह की नवमी तिथि (गाँव के अनुसार दिन भिन्न हो सकता है) को मनाया जाने वाला यह त्योहार उरांव परंपरा में “हड़गड़ी” या ” कोहा बेंजा (बड़का शादी)” के नाम से प्रसिद्ध है। इसे त्योहार इसलिए कहा जाता है क्योंकि आदिवासी मान्यता के अनुसार, मृत्यु के बाद व्यक्ति समाप्त नहीं होता, बल्कि वह पुरखों…

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दानपात्र में गिरा आईफोन: पुजारियों का लौटाने से इनकार, मंत्री बोले- अब यह भगवान का है

तमिलनाडु के एक मंदिर में एक भक्त के आईफोन के हुंडियाल (दानपात्र) में गिरने के बाद अजीब स्थिति बन गई। भक्त ने इसे वापस पाने की कोशिश की, लेकिन मंदिर प्रशासन और सरकार ने इसे मंदिर की संपत्ति बताते हुए लौटाने से इनकार कर दिया। कहाँ है मंदिर तमिलनाडु में राजधानी चेन्नई से लगभग 28…

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कैलाश मानसरोवर यात्रा: पांच साल बाद फिर खुलेगी पवित्र तीर्थ का मार्ग

कैलाश मानसरोवर यात्रा हिंदू, बौद्ध, जैन और बॉन धर्मों के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र मानी जाती है। यह एक बार फिर शुरू होने जा रही है। भारत और चीन के बीच हाल ही में बीजिंग में हुई विशेष प्रतिनिधियों की बैठक में इस पर सहमति बनी है। भारत की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार…

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हिंदू धर्म में गोत्र: वंश और सांस्कृतिक धरोहर की गहरी समझ

हिंदू धर्म में गोत्र सामाजिक पहचान, पारिवारिक धरोहर को संरक्षित करने और विवाह जैसे महत्वपूर्ण जीवन निर्णयों को मार्गदर्शन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्राचीन वेदिक परंपराओं में निहित, गोत्र की अवधारणा वंश या कबीले की व्यवस्था का प्रतिनिधित्व करती है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक प्रथाओं में गहरी जड़ें रखती है। गोत्र का अर्थ…

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Gotra in Hindu Religion: Understanding Its Origins, Significance, and Relevance

In Hindu society, the term “gotra” refers to a lineage or clan tracing descent from a common male ancestor, typically one of the ancient sages or rishis. This system plays a crucial role in social organization, particularly concerning marriage alliances and the preservation of familial heritage. Etymology and Meaning The word “gotra” originates from the…

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शांतिदूत बौद्ध भिक्षुओं ने हथियार क्यों उठाए: अहिंसा से संघर्ष तक की कहानी

बौद्ध धर्म, जो अक्सर शांति, करुणा और अहिंसा का प्रतीक माना जाता है, कभी एशिया के बड़े हिस्से में समृद्ध था। यह अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, चीन और म्यांमार जैसे क्षेत्रों में प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक शक्ति था। लेकिन इतिहास की विडंबना यह है कि बौद्ध धर्म इन क्षेत्रों से या तो समाप्त हो गया या…

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कुंभ मेला 2025: इतिहास, महत्व, शाही स्नान और धार्मिक अनुष्ठान | प्रयागराज महाकुंभ की विशेषताएं

कुंभ मेला, भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन, 2025 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन 13 जनवरी 2025 से महाशिवरात्रि (8 मार्च 2025) तक चलेगा। कुंभ मेले की महत्ता केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी महत्वपूर्ण है।…

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बाबरी मस्जिद से राम मंदिर तक का फैसला और हागिया सोफिया का संदर्भ

भारत में अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद – राम मंदिर का मामला और तुर्की का हागिया सोफिया चर्च-मस्जिद, दोनों ही ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों से जुड़े मुद्दे हैं। ये प्रकरण दिखाते हैं कि धर्म और राजनीति का मेल कैसे सांस्कृतिक स्मारकों को प्रभावित करता है। बाबरी मस्जिद से राम मंदिर तक का फैसला अयोध्या विवाद…

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10 most Expensive cities in the World धरती आबा बिरसा मुंडा के कथन