गोत्र: परंपरा, विज्ञान और विवाह

गोत्र संस्कृत शब्द है, जिसका मूल अर्थ “गौ” (गाय) और “त्र” (रक्षा करने वाला) से लिया गया है, अर्थात् “गोत्र” का शाब्दिक अर्थ “गायों की रक्षा करने वाला” है। परंतु सामाजिक संदर्भ में, गोत्र किसी विशिष्ट ऋषि या पूर्वज से उत्पन्न एक पितृवंशीय समूह को दर्शाता है। प्राचीन वैदिक काल में गोत्र प्रणाली की शुरुआत…

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How India Has Civilized Westerners: A Historical and Cultural Perspective

The notion that India has played a role in “civilizing” Westerners may sound unconventional to some. However, a closer examination of history, philosophy, science, and culture reveals that India’s contributions to the development of global civilization, particularly in influencing Western thought and practices, are profound. From ancient philosophical teachings to advancements in mathematics, medicine, and…

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कैलाश मानसरोवर यात्रा: एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का पुनरारंभ

कैलाश मानसरोवर यात्रा, जो न केवल एक धार्मिक तीर्थयात्रा है, बल्कि एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर भी है, का फिर से आरंभ होना एक महत्त्वपूर्ण घटना है। इस यात्रा का महत्व भारतीय संस्कृति में गहराई से निहित है और यह लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है। यात्रा का धार्मिक महत्व कैलाश…

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महिला नागा साधु निर्वस्त्र क्यों रहती हैं, जानें वजह

सनातन धर्म में नागा साधुओं की परंपरा बहुत प्राचीन है। उनका नग्न होना एक गहरी आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक प्रक्रिया है. नग्न रहकर नागा साधु यह संदेश देते हैं कि उन्होंने भौतिक संसार और उसकी सभी इच्छाओं और आसक्तियों को त्याग दिया है। यह उनके त्याग का सबसे बड़ा प्रतीक है जो उन्हें सांसारिक बंधनों से…

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10 most Expensive cities in the World धरती आबा बिरसा मुंडा के कथन