किसी से ऊपर वाला सवाल पूछिए, तो जवाब मिलेगा कि भई बिहार में शैक्षणिक और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है, औद्योगिक विकास नहीं हुआ है, कृषि पर निर्भरता, प्राकृतिक आपदा, राजनीतिक और प्रशासनिक समस्या, मूलभूत संरचना की कमी और ब्ला ब्ला।
पूरी दुनिया में किसी से पूछिए कि बिहार की धरती क्यों जाना जाता या प्रसिद्ध है, तो वह है बुद्ध। बुद्ध को बिहार में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। लेकिन शायद बिहारियों को नहीं हुई।
बिहार जहाँ धार्मिक रूप से एशियाई देशों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। पूरी दुनिया में 60 करोड़ से अधिक लोग बौद्ध दर्शन में मानने वाले लोग हैं, वहीं जहाँ से बुद्धिज़्म की शुरुआत हुई, वहां (बिहार में) 25 हज़ार लोग ही इस धर्म को मानते हैं, यानी कि उस राज्य में बुद्धिस्ट 1 फीसद भी नहीं है। जिन्होंने वहाँ की ऐतिहासिक शैक्षणिक संस्थान को आग लगा दिया, उसके नाम का शहर अपने माथे पर लिए घूम रहे हैं। ऐसे लोगों का पलायन करना बनता है।
आप देखेंगे कि बाकी दर्शन के लोगों ने वहाँ के दर्शन को जिंदा रखा, तो दुनियाभर के लोगों ने उस क्षेत्र के लिए जिंदगी भर की कमाई ले जाकर वहां के लिए समृद्धि झोली में डाल दिया।