First People: Custodians of Culture, Nature, and Resilience

“First people” generally refers to Indigenous communities who were the original inhabitants of a particular region. These groups represent diverse cultures, languages, and traditions deeply tied to the history of human civilization. Here’s an exploration of the term, its significance, and its relevance in today’s world. Origins of the Term “First People” The term “First…

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भारतीय संविधान सभा में आदिवासी प्रतिनिधियों की भूमिका: जानिए उनके योगदान और संघर्ष

भारतीय संविधान सभा, जिसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक संविधान का निर्माण करने का गौरव प्राप्त है, विभिन्न क्षेत्रों, वर्गों और समुदायों के प्रतिनिधित्व का प्रतीक थी। इसमें आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले कुछ ऐसे नाम शामिल थे, जिन्होंने न केवल स्वतंत्र भारत की नींव को मजबूती दी, बल्कि आदिवासियों के अधिकारों और उनके…

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मानगढ़ धाम क्या है, इसके इतिहास को समझे?

मानगढ़ धाम मानगढ़ धाम राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जो भील आदिवासियों के साहस और बलिदान का प्रतीक है। इसे “आदिवासियों का जलियांवाला बाग” भी कहा जाता है। मानगढ़ धाम का इतिहास 20वीं शताब्दी की शुरुआत में औपनिवेशिक शासन के दौरान हुए आदिवासी विद्रोह और उनके धार्मिक गुरु…

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दुर्गा बाई व्योम: गोंड कला से पद्मश्री तक की प्रेरणादायक यात्रा

दुर्गा बाई व्योम का नाम भारतीय लोककला के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वह मध्य प्रदेश के आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं और अपनी गोंड कला के लिए प्रसिद्ध हैं। दुर्गा बाई व्योम की यात्रा न केवल उनकी कलात्मक उपलब्धियों की कहानी है, बल्कि यह संघर्ष, समर्पण और अपनी जड़ों से जुड़े…

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बीस बरस की काली रात, आदिवासियों का खोता हुआ भविष्य: कार्तिक उरांव

बीसवीं सदी में आदिवासी समाज की स्थिति और अधिकारों पर बहस ने भारतीय राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य को प्रभावित किया। डॉ. कार्तिक उरांव जैसे समाज सुधारकों ने इस मुद्दे को लेकर गंभीर विचार किए। उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि कैसे आदिवासी समाज परिवर्तन के दौर में भी अपनी पहचान, अधिकार और संस्कृति से वंचित…

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Stereotypes about Adivasis: A bridge between reality and myths

Adivasi communities are an integral part of India’s rich cultural and historical heritage. Their traditions, customs, and lifestyles add depth to the diversity of this country. But unfortunately, mainstream society and media have many stereotypes about Adivasis. These stereotypes hide their real contributions, struggles, and identity, and present them as a homogenous and backward community….

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‘Adivasi’ vs ‘Vanvasi’: An identity struggle

“Adivasi” and “vanvasi” are two terms that are used to refer to tribal communities in India, but there is a significant ideological and cultural difference between the two terms. These terms are used based on different social, political and cultural perspectives, which further deepens this debate. The term “Adivasi” is derived from two Sanskrit words…

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एक तरफ धर्मांतरण, दूसरी ओर आदिवासी एकता का ढोंग

तोरपा के संत जोसेफ हाई स्कूल में चर्च द्वारा बुलाए गए, आदिवासी मिलन समारोह को आदिवासी सरना समाज ने विरोध किया है। इस आयोजन को चर्च समर्थित सरना संगोम समिति तथा पड़हा समिति ने समर्थन दिया है। सरना समाज के रेड़ा मुंडा ने कहा, “सरना संगोम समिति तथा पड़हा समिति मिशनारियों की आड़ में आदिवासी…

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आदिवासी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है

 विश्व आदिवासी दिवस International Day of world’s Indigenous People संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार पूरे विश्व में आदिवासियों की 5 फीसदी आबादी है, लेकिन विश्व की गरीबी में उनकी हिस्सेदारी 15 फीसदी है। इसमें आदिवासियों की अपनी 7 हजार भाषाएं है व 5 हजार विभिन्न संस्कृतियां है। आदिवासी दिवस मनाने के लिए प्रत्येक वर्ष एक…

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10 most Expensive cities in the World धरती आबा बिरसा मुंडा के कथन