All Souls Day 2023: इसलिए कहा जाता है इसे आत्माओं का दिवस

हर साल दूसरे नवंबर को ईसाई धर्म के अनुयायी द्वारा ऑल सोल्स डे (All Souls Day) के रूप में मनाया जाता है, पौराणिक मान्‍यताओ के अनुसार इस दिन ईसाई समुदाय के लोग अपने-अपने पूर्वजो की कब्रिस्‍तानो पर पुष्‍प, माला, मोमबत्ती आदि जलाकर उन्‍हे श्रद्धांजली अर्पित करते है.तथा सभी पूर्वजो की आत्‍मा की शांति के लिए भगवान से प्ररेणा करते है।

इतिहास

मृतकों के लिए प्रार्थना करने की परंपरा की जड़ें पुराने लेखों में हैं, खासकर 2 मैकाबीज़ 12:42 -46 में. हालाँकि, क्लूनी के रोमन कैथोलिक संत सेंट ओडिलो को मृत आत्माओं के लिए मध्यस्थता के लिए एक विशेष दिन बनाने का श्रेय दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह प्रथा 998 और 1030 के बीच क्लूनी के सेंट ओडिलो मठ में स्थापित की गई थी। यह आयोजन एक छोटे से क्षेत्र में शुरू हुआ और तेजी से फ्रांस के आसपास के अन्य मठों और सूबाओं तक फैल गया। चौदहवीं शताब्दी में रोम में इसे अपनाए जाने के बाद से, यह पश्चिमी कैथोलिक परंपरा में एक सार्वभौमिक अवकाश बन गया है।

See also  Donyi-Polo: The Indigenous Faith of Arunachal Pradesh

धर्म के जानकार लोग कहते है इस दिन स्वर्ग में बैठे उनके अपने लोगों की आत्माएं उनके लिए दुआ करती हैं. वो इस बात का एहसास दिलाती है कि वो वहां बेहद खुश है. दरअसल ‘ऑल सोल्स डे’ फ्रांस की देन है जिसे 998 एडी में पहली बार मनाया गया था. छोटे स्तर पर लोगों ने मरे लोगों की आत्माओं के सम्मान में इस दिन को ‘ऑल सोल्स डे’ के रूप में मनाया था. माना जाता है इसकी शुरुआत पहले बेहद छोटे स्तर पर हुई थी, लेकिन एक दशक के अंदर ये दिन विश्व भर में मनाया जाने लगा.

इसलिए कहा जाता है इसे आत्माओं का दिवस

इसे ईसाई धर्म के लोग आत्माओं का दिवस के रूप में भी मनाते हैं. ईसाई धर्म के जानकारों की मानें तो इस दिन मृत आत्माओं को जो स्वर्ग में बैठे हैं उनके लिए उनके स्वजन दुआएं करते हैं. वह इस बात की तस्दीक करते हैं कि उनके पूर्वजों की आत्माएं वहां स्वर्ग में बेहद खुश हैं. ‘ऑल सोल्स डे’ पहली बार फ्रांस में 998 एडी में मनाया गया था.

See also  Hanukkah: Significance, Traditions, and Comparison with Christmas

ऐसे मनाया जाता है ‘ऑल सोल्स डे’

कई जगहों पर और कई देशों में ईसाई धर्म के लोग इस दिन दिन घंटी, मोमबत्ती जलाकर अपनी पूर्वजों को याद करते हैं. कुछ जगहों पर तो बच्चों को केक खिलाकर इस दिन को मनाया जाता है. इस दिन भजन गाने की भी परंपरा है. कई जगहों पर इस दिन को दुखी होकर नहीं बल्कि हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इसके लिए कब्रिस्तान सहित चर्च में प्रर्थाना सभा का आयोजन किया जाता है.

ऑल सोल्स डे पर साझा करने के लिए शुभकामनाएं, संदेश और उद्धरण:


“इस ऑल सोल्स डे पर, हमारे दिवंगत प्रियजनों की आत्माओं को ईश्वर की बाहों में शाश्वत शांति और आराम मिले।”

“जैसा कि हम अपने प्रिय दिवंगत लोगों को याद करते हैं, उनकी आत्माएं ईश्वर के प्रेम की दिव्य रोशनी से नहाएं। उनके लिए शांति की प्रार्थना करें।”

“जिन लोगों को हमने खोया है, उनकी प्रेमपूर्ण स्मृति में, उनकी आत्माएं हमें अपने प्यार और यादों से प्रेरित करती रहें।”

See also  मकर संक्रांति के लिए तिल और गुड़ क्यों हैं महत्वपूर्ण?

“ऑल सोल्स डे हमें याद दिलाता है कि मृत्यु अंत नहीं है, बल्कि एक उच्च लोक में संक्रमण है। हमारे प्रिय दिवंगत को शाश्वत शांति और खुशी मिले।”

“जिन आत्माओं को हमने खोया है, वे जा सकती हैं, लेकिन उन्हें कभी नहीं भुलाया जा सकता। वे हमारी स्मृतियों और अपने पीछे छोड़े गए प्यार में जीवित हैं।”

“जिन दिलों को हम पीछे छोड़ गए हैं उनमें जीने का मतलब मरना नहीं है।” – थॉमस कैम्पबेल

“जीवन शाश्वत है, और प्रेम अमर है, और मृत्यु केवल एक क्षितिज है, और क्षितिज हमारी दृष्टि की सीमा के अलावा कुछ भी नहीं है।” – रॉसिटर डब्ल्यू रेमंड

“अपने मन को व्याकुल मत होने दो। तुम परमेश्वर पर विश्वास करते हो; मुझ पर भी विश्वास करो।” – जॉन 14:1 (बाइबिल)

“मृतक हमारे लिए खोए हुए नहीं हैं; वे केवल अदृश्य हैं, और जब हम स्वर्ग पहुंचेंगे तो हम उन्हें पाएंगे।” – फ्रांकोइस फेनेलॉन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

10 most Expensive cities in the World धरती आबा बिरसा मुंडा के कथन