नक्सल ऑपरेशन में तैनात जवान विनीता उरांव बनीं पावरलिफ्टिंग में राष्ट्रीय पहचान

झारखंड में नक्सल विरोधी अभियान में तैनात इंडियन रिज़र्व बटालियन की जवान विनीता उरांव ने ऑल इंडिया पुलिस वेटलिफ्टिंग क्लस्टर में शानदार प्रदर्शन कर झारखंड पुलिस का गौरव बढ़ाया है। आंध्र प्रदेश के अमरावती में आयोजित इस प्रतियोगिता में उन्होंने 47 किलोग्राम महिला पावरलिफ्टिंग वर्ग में दूसरा स्थान हासिल कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया।

खास बात यह रही कि स्वयं 47 किलोग्राम वजन वाली विनीता उरांव ने 212 किलोग्राम भार उठाकर यह उपलब्धि हासिल की। विनीता पलामू में नक्सल विरोधी ऑपरेशन में तैनात इंडियन रिज़र्व बटालियन (आईआरबी-10) की जवान हैं। रांची के रातू स्थित पुरियो गांव की निवासी विनीता वर्ष 2019 में झारखंड पुलिस में सिपाही के रूप में शामिल हुई थीं। खेलों के प्रति उनकी रुचि शुरू से रही है और आज वह झारखंड पुलिस की एक पहचान बन चुकी हैं।

ऑल इंडिया पुलिस वेटलिफ्टिंग क्लस्टर का आयोजन अक्टूबर 2025 में अमरावती में किया गया था, जिसमें केंद्रीय अर्धसैनिक बलों सहित विभिन्न राज्यों की पुलिस टीमों ने भाग लिया। महिला वर्ग की 47 किलोग्राम पावरलिफ्टिंग श्रेणी में विनीता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता, जबकि इस वर्ग में पहला स्थान बीएसएफ की एक जवान ने प्राप्त किया। इससे पहले विनीता पुलिस रेंज गेम्स में ओवरऑल चैंपियन भी रह चुकी हैं, जहां उन्होंने पावरलिफ्टिंग और 100 मीटर दौड़ सहित कई प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते थे।

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देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना

एक निजी चैनल से बातचीत में विनीता उरांव ने बताया कि उनका लक्ष्य गोल्ड मेडल जीतकर देश और पुलिस बल का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करना है। उनका कहना है कि स्वर्ण पदक हासिल करने के बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में पुलिस का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल सकता है।

विनीता ने बताया कि उन्हें खेलों का शौक बचपन से रहा है। ड्यूटी से समय मिलने पर वह नियमित अभ्यास करती हैं। बटालियन में सीमित सुविधाएं होने के बावजूद वह जिम जाकर ट्रेनिंग करती हैं और कई बार स्कूली बच्चों के साथ भी अभ्यास करती हैं। पुलिस बल में शामिल होने के बाद खेलों के प्रति उनका जुनून और भी बढ़ा है। इस सफर में उनके सीनियर अधिकारी और परिवार लगातार उनका हौसला बढ़ाते रहे हैं।

भाई से मिली खेलों में आगे बढ़ने की प्रेरणा

विनीता उरांव ग्रेजुएशन तक शिक्षित हैं। उन्होंने बताया कि उनके भाई संजय उरांव कोबरा बटालियन में तैनात हैं और वह भी एक खिलाड़ी हैं। खेलों में आगे बढ़ने की प्रेरणा उन्हें अपने भाई से मिली। वर्ष 2022 में उन्होंने एक एथलीट के रूप में गंभीरता से शुरुआत की। राज्य स्तर पर चयन के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ा और बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलती गई।

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एसपी रीष्मा रमेश ने किया सम्मानित

अमरावती में सिल्वर मेडल जीतने के बाद पलामू की एसपी रीष्मा रमेश ने विनीता उरांव को सम्मानित किया और उनका हौसला बढ़ाया। एसपी रीष्मा रमेश वर्तमान में आईआरबी-10 की कमांडेंट का भी प्रभार संभाल रही हैं। उन्होंने विनीता को खेलों में आगे बढ़ने के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
आईआरबी-10 के सब-इंस्पेक्टर रबिंद्र झा ने भी विनीता की उपलब्धि को पूरे बटालियन के लिए गर्व की बात बताया।

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