भाजपा राज में सड़क पर महुआ फेंकने को मजबूर थे आदिवासी : भूपेश बघेल

सुकमा की जनसभा में भाजपा पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दौर वो भी था जब भाजपा की सरकार थी और उन्होंने महुआ की खरीदी बंद कर दी, जिससे इतिहास में पहली बार आदिवासियों को महुआ को सड़क पर फेंकना पड़ा।

उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में आदिवासी सताये गए और उन्हें ठगा गया।
विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि डॉ रमन सिंह ने हमेशा झूठ बोला है, उन्होंने प्रदेश के किसानों से धान का एक-एक दाना खरीदने, 2100 समर्थन मूल्य का दाम देने, आदिवासियों को जर्सी गाय देने, प्रत्येक आदिवासी परिवार को सरकारी नौकरी देने समेत कई वादे जनता से किए थे जिसे कभी पूरा नहीं किया।

रमन राज में हावी थी कमीशनखोरी

चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर एक बार पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह को कमीशनखोर बताते हुए आरोपों की झड़ी लगा दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ रमन सिंह कमीशनखोरी किए, चप्पल, मोबाइल और टिफिन बांटने में कमीशन खाया और भ्रष्टाचार किया।

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सुकमा आने के लिए 10 बार सोचना पड़ता था

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार के दौरान नक्सल हमलों और सुरक्षा चूक के कारण हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आज से 5 बरस पहले तक किसी काम से सुकमा आना पड़ता था तो 10 बार सोचना पड़ता था, खौफ ऐसा था कि हम जिस रास्ते से आते थे उस रास्ते से वापस नहीं जाते थे। मुख्यमंत्री ने झीरम घाटी प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि जिस झीरम घाटी में हमारे नेताओं की शहादत हुई थी आज वहां रात के 10 बजे-12 बजे तक आ-जा सकते हैं।

कांग्रेस के 5 साल में बदला सुकमा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले 5 साल के दौरान कांग्रेस सरकार में हुए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि गांवों में सड़कें बनीं, राशन दुकानें खुली, 300 बंद स्कूल फिर से खुले, शिक्षा की व्यवस्था की, लाइब्रेरी खोली गई। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि सुकमा के एक बच्चे ने 10 बोर्ड परीक्षा में टॉप किया है।

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