टंट्या भील: गुलाम भारत के आदिवासी रॉबिनहुड

सन 1878 से 1889 तक के ब्रिटिश भारत के इतिहास में एक ऐसे आदिवासी नायक थे जिन्होंने ब्रिटिशों और उनके चाटुकारों के नाक में दम कर दिया था. इससे परेशान ब्रिटिशों ने उन्हें 4 दिसंबर 1889 को फांसी की सजा दी गई थी. इस आदिवासी महानायक को कोई मामा कह कर पुकारता था, तो कोई…

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Indigenous faith day: क्यों मनाया जाता है और क्यों है विशेष

प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को अरूणाचल प्रदेश में इंडिजिनियस फेथ डे मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य जनजातियों की पहचान को बनाए रखना है. इसके अलावा आदिवासी आस्था और परंपरा की रक्षा और प्रचार करने के लिए यह दिन मनाया जाता है. तलोम रुक्बो ने इंडिजिनियस फेथ आंदोलन का नेतृत्व किया था. 31 दिसंबर,…

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नागालैंड का हॉर्नबिल फेस्टिवल भारत में सबसे आकर्षक क्यों

विजय उरांव फर्स्ट पीपल के लिए पूर्वोत्तर भारत में हर साल नागालैंड में मनाया जाने वाला हॉर्नबिल फेस्टिवल भारत के सबसे आकर्षक त्योहारों में से एक है. इस त्योहार को नागालैंड के राजधानी कोहिमा के किसामा के नागा गांव में मनाया जाता है. इस आयोजन का उद्देश्य नागा सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करना और अंतर-जनजातीय…

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तवांग फेस्टिवल: अरुणाचल प्रदेश में यह त्यौहार क्यों मनाया जाता है

अरुणाचल प्रदेश का पर्यटन विभाग पर्यटकों के आकर्षण और पारंपरिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए इस त्योहार को मनाता है। अरुणाचल प्रदेश की समृद्ध विविध परंपराओं और संस्कृतियों के बारे में जानने के लिए तवांग एक अद्भुत त्योहार है। महोत्सव का नाम तवांग अरुणाचल प्रदेश के एक हिल स्टेशन तवांग के नाम पर रखा…

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मध्यप्रदेश चुनाव: एक आदिवासी को हराने गलियों में भटक रहे ‘महाराजा-महारानी’

लोकतंत्र के महापर्व विधानसभा चुनाव में मुकाबला एक गरीब आदिवासी का रियासत के राजा से है. राजपरिवार चुनाव जीतने के लिए गांव की गलियों में ख़ाक छान रहा है. आदिवासी नेता से हार का खतरा इतना ज्यादा है कि महाराज-महारानी, युवराज- युवरानी और राजकुमारी को चुनाव प्रचार में दिन रात एक करना पड़ रहा है….

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आंध्र प्रदेश: कम्युनिस्ट नेता ने सीएम को क्यों लिखा पत्र, और कहा आदिवासियों को मुआवजा दे

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (Communist Party of India (Marxist)) पार्टी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि जमीन और जीविका खोने वाले परिवारों से मुलाकात करें। दरअसल, आदिवासियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-516ई (National Highway-516E) बनने के कारण अपनी जमीन और जमीन से जुड़ी आजीविका छोड़नी पड़ी है, उन सब आदिवासियों को मुआवजा देने…

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झारखंड: जंगल पर निर्भर जनजातियों को हेमंत का उपहार, अबुआ वीर दिशोम अभियान आरंभ

हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंड में छह नवंबर से अबुआ वीर दिशोम अभियान आरंभ करने की योजना बनाई है। आदिवासियों-मूलवालियों को जल, जंगल, जमीन अभियान के तहत यह योजना आरंभ की गई है। आज से हेमन्त सरकार इसकी शुरुआत करेंगे। वनों पर निर्भर रहने वाली जनजातियों को इस योजना में वनाधिकार का पट्टा दिया जायेगा।…

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लव जिहाद: फुरकान अली ने ‘सुल्तान सिंह’ बन कर दलित लड़की को फसाया, डेढ़ साल बाद घर से निकाला

शौचालय बनाने आए राजमिस्त्री फुरकान अली ने सुल्तान सिंह बन कर दलित लड़की को फँसाया और फिर किया निकाह। फिर प्रताड़ित कर घर से निकाला। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से लव जिहाद का एक मामला सामने आया है। यहाँ फुरकान अली नाम का एक राजमिस्त्री खुद को हिन्दू बताकर एक दलित लड़की को अपनी…

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10 most Expensive cities in the World धरती आबा बिरसा मुंडा के कथन