ओडिशा : दस सालों में आदिवासियों की जमीन 12 फीसदी घटी

ओडिशा में आदिवासी भूमि पर अतिक्रमण या खरीद पूरी तरह से अवैध है। यदि कोई आदिवासी भूमि खरीदता है, तो उसे अवैध घोषित कर संबंधित व्यक्ति को भूमि से बेदखल कर दिया जाएगा, और वह भूमि उसके मूल आदिवासी स्वामी को लौटा दी जाएगी। यह जानकारी ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी…

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तीसरा जयपाल-जुलियुस-हन्ना साहित्य अवार्ड: 30 नवंबर को रांची में होगा बहुभाषाई आदिवासी साहित्य का उत्सव

रांची। तीसरा जयपाल-जुलियुस-हन्ना साहित्य अवार्ड समारोह और बहुभाषाई दुरङ परफॉरमेंस 30 नवंबर को रांची के टीआरआई हॉल में आयोजित होगा। इस अवसर पर गोंडी के विनोद मोतीराम आत्राम, सादरी की शिखा मिंज और संताली के आलबिनुस हेम्ब्रम को राष्ट्रीय आदिवासी साहित्य अवार्ड प्रदान किया जाएगा। समारोह की मुख्य अतिथि, सुप्रसिद्ध संताली साहित्यकार और पद्मश्री सम्मानित…

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First People: Custodians of Culture, Nature, and Resilience

“First people” generally refers to Indigenous communities who were the original inhabitants of a particular region. These groups represent diverse cultures, languages, and traditions deeply tied to the history of human civilization. Here’s an exploration of the term, its significance, and its relevance in today’s world. Origins of the Term “First People” The term “First…

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भारतीय संविधान सभा में आदिवासी प्रतिनिधियों की भूमिका: जानिए उनके योगदान और संघर्ष

भारतीय संविधान सभा, जिसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक संविधान का निर्माण करने का गौरव प्राप्त है, विभिन्न क्षेत्रों, वर्गों और समुदायों के प्रतिनिधित्व का प्रतीक थी। इसमें आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले कुछ ऐसे नाम शामिल थे, जिन्होंने न केवल स्वतंत्र भारत की नींव को मजबूती दी, बल्कि आदिवासियों के अधिकारों और उनके…

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यह गांव किसी चमत्कार से कम नहीं है…यहां पानी नीचे से ऊपर की ओर बहता है, और गाड़ियां भी उल्टी दिशा में चलने लगती हैं।

पानी के बहाव को देखा है? आप कहेंगे कि इसमें क्या खास बात है, पानी तो हर जगह बहता है। लेकिन यहां जो हम बात कर रहे हैं, वह है उल्टा पानी। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के मैनपाट में एक ऐसा स्थान है, जहां पानी ढलान से ऊपर की ओर बहता है, जिसे देखकर लोग…

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मानगढ़ धाम क्या है, इसके इतिहास को समझे?

मानगढ़ धाम मानगढ़ धाम राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जो भील आदिवासियों के साहस और बलिदान का प्रतीक है। इसे “आदिवासियों का जलियांवाला बाग” भी कहा जाता है। मानगढ़ धाम का इतिहास 20वीं शताब्दी की शुरुआत में औपनिवेशिक शासन के दौरान हुए आदिवासी विद्रोह और उनके धार्मिक गुरु…

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आदिवासी जीवन में हिंदू धर्म का महत्व और भगवान शिव की महत्ता

भारत का सामाजिक और सांस्कृतिक ताना-बाना विविधताओं से भरा हुआ है, जिसमें आदिवासी समाज की परंपराएं और उनका धार्मिक विश्वास एक अनूठा स्थान रखते हैं। आदिवासी समुदायों का जीवन प्रकृति के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है, और उनकी धार्मिकता मूलतः प्रकृति पूजा पर आधारित है। हालांकि, समय के साथ हिंदू धर्म का इन परंपराओं…

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एक तरफ धर्मांतरण, दूसरी ओर आदिवासी एकता का ढोंग

तोरपा के संत जोसेफ हाई स्कूल में चर्च द्वारा बुलाए गए, आदिवासी मिलन समारोह को आदिवासी सरना समाज ने विरोध किया है। इस आयोजन को चर्च समर्थित सरना संगोम समिति तथा पड़हा समिति ने समर्थन दिया है। सरना समाज के रेड़ा मुंडा ने कहा, “सरना संगोम समिति तथा पड़हा समिति मिशनारियों की आड़ में आदिवासी…

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आदिवासी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है

 विश्व आदिवासी दिवस International Day of world’s Indigenous People संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार पूरे विश्व में आदिवासियों की 5 फीसदी आबादी है, लेकिन विश्व की गरीबी में उनकी हिस्सेदारी 15 फीसदी है। इसमें आदिवासियों की अपनी 7 हजार भाषाएं है व 5 हजार विभिन्न संस्कृतियां है। आदिवासी दिवस मनाने के लिए प्रत्येक वर्ष एक…

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10 most Expensive cities in the World धरती आबा बिरसा मुंडा के कथन