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भगोरिया महोत्सव को राज्य स्तरीय पर्व का दर्जा, आदिवासी संस्कृति संरक्षण की नई पहल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भगोरिया महोत्सव को राज्य स्तरीय पर्व के रूप में मान्यता देने की घोषणा की। सरकार ने आश्वासन दिया कि इस पारंपरिक त्योहार की मौलिकता को बनाए रखते हुए इसे पूरे सम्मान के साथ मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ‘आदिवासी देवलोक महोत्सव’ के दौरान कहा कि वे स्वयं भी इन…

बाहा पर्व: प्रकृति और परंपरा का उत्सव
भारत के आदिवासी समुदायों की संस्कृति और परंपराएँ उनकी प्रकृति-केन्द्रित जीवनशैली को दर्शाती हैं। इन्हीं परंपराओं में से एक महत्वपूर्ण पर्व है बाहा पर्व, जिसे फूलों का त्योहार भी कहा जाता है। यह त्योहार झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, और छत्तीसगढ़ के संथाल, मुंडा, हो, और उरांव समुदायों द्वारा मनाया जाता है। बाहा पर्व केवल एक…

झारखंड में आदिवासियों की सरकारी नौकरियों में भागीदारी: चौंकाने वाले आंकड़े
झारखंड में आदिवासी समुदाय राज्य की आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लेकिन सरकारी नौकरियों में उनकी भागीदारी बेहद कम है। 2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या का 26.2 प्रतिशत हिस्सा आदिवासी समुदाय से आता है। बावजूद इसके, सरकारी और स्थायी नौकरियों में उनकी हिस्सेदारी न के बराबर है। आदिवासी समुदाय की…

मणिपुर में मुक्त आवाजाही पर रोक: आदिवासी संगठन का विरोध
मणिपुर में एक प्रमुख जनजातीय संगठन ने केंद्र सरकार के उस प्रयास का विरोध करने का निर्णय लिया है, जिसमें इंफाल घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाली सभी सड़कों पर मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करने की बात कही गई थी। इंफाल घाटी से गुजरने वाले दो मुख्य राजमार्ग और अन्य सभी प्रमुख सड़कें…

पद्मश्री सिमोन उरांव: जल संरक्षण के योद्धा, अब उपेक्षित बीमार मदद के बिना लाचार
प्रसिद्ध समाजसेवी और पद्मश्री सम्मानित सिमोन उरांव इन दिनों गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। 2016 में जब जल संरक्षण कार्यों के लिए उन्हें पद्मश्री सम्मान मिला, तो उनकी उपलब्धियों की चर्चा भारत से लेकर विदेशों तक हुई। कई डॉक्यूमेंट्री और फिल्में उन पर बनीं। दूरदर्शन ने उनकी कहानी ‘झरिया’ नाम से प्रसारित की, और…

वीरांगना सिनगी दई: कहानी जनीशिकार की
सिनगी दई बचपन से ही चंचल, निडर और बलशाली थीं। उनकी बुद्धिमत्ता भी असाधारण थी, जिसके कारण वे अपने पिता, राजा रूईदास, के राजकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थीं। कई बार राजा उनसे गुप्त सलाह-मशवरा करते, जिसे सिर्फ बाप-बेटी ही जानते थे। हालांकि, रानी (सिनगी की मां) इसे अनुचित मानती थीं और अक्सर राजा से…

वित्तीय वर्ष 2025 में राजस्थान के आदिवासियों को क्या मिला?
राजस्थान सरकार ने इस साल के बजट में आदिवासी विकास को प्राथमिकता देते हुए, इसके लिए आवंटित राशि को 1,500 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1,750 करोड़ रुपये कर दिया है। यह बढ़ोतरी आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास, सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और आजीविका से जुड़े कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की…

संथाल समाज और कुत्ता विवाह: एक सांस्कृतिक परंपरा का विश्लेषण
भारत के आदिवासी समाजों में विभिन्न रीति-रिवाज और परंपराएँ देखने को मिलती हैं, जो उनकी सांस्कृतिक पहचान और धार्मिक मान्यताओं को दर्शाती हैं। संथाल समुदाय, जो झारखंड, बिहार, ओडिशा, और पश्चिम बंगाल में मुख्य रूप से बसा हुआ है, अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं के लिए जाना जाता है। इन्हीं परंपराओं में से एक…

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने दिए बीते 10 वर्षों के विवादित आदिवासी भूमि सौदों की जांच के आदेश
मध्य प्रदेश में आदिवासियों की जमीनों पर अवैध कब्जे और उनके शोषण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। हाल ही में ग्वालियर हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब कुछ दबंगों ने एक आदिवासी व्यक्ति को जबरन कोर्ट से बाहर ले जाने की कोशिश की। अदालत में हंगामा, जज…

आदिवासी एकता से ही अधिकारों की रक्षा संभव: प्रद्योत किशोर माणिक्य
टिपरा मोथा पार्टी के प्रमुख प्रद्योत किशोर देबबर्मा ने त्रिपुरा के आदिवासी समुदाय से बाहरी ताकतों के विभाजनकारी प्रयासों को नाकाम करने की अपील की। उन्होंने युवाओं और समुदाय के अन्य वर्गों को संगठित रहने का संदेश दिया ताकि वे अपने हक और अधिकारों के लिए मजबूती से खड़े रह सकें। जनजातीय एकता पर ज़ोर…