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Vijay Oraon

Vijay Oraon is the founder of firstpeople.in, a platform dedicated to documenting and amplifying the voices of Indigenous and tribal communities. As a writer, researcher, and content creator, he focuses on themes such as Adivasi religion, culture, politics, and the challenges of marginalization. His work explores issues like religious demonization, land rights, ecological knowledge, and the impact of modern development on traditional ways of life.Through articles, podcasts, and video scripts, Vijay bridges local narratives with global Indigenous movements, highlighting both cultural resilience and systemic struggles. Rooted in academic research yet shaped by storytelling, his approach seeks to preserve collective memory and provide a space where First Peoples can be heard without distortion. firstpeople.in reflects his commitment to creating an archive of voices, knowledge, and resistance that speaks to both contemporary audiences and future generations.

कौन है खाटू श्याम बाबा, जानिए उनकी कहानी…

राजस्थान के सीकर जिले में श्री खाटू श्याम जी का सुप्रसिद्ध मंदिर है. वैसे तो खाटू श्याम बाबा के भक्तों की कोई गिनती नहीं लेकिन इनमें खासकर वैश्य, मारवाड़ी जैसे व्यवसायी वर्ग अधिक संख्या में है. श्याम बाबा कौन थे, उनके जन्म और जीवन चरित्र के बारे में जानते हैं इस लेख में खाटू श्याम…

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स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में झंडा फहराने में क्या अंतर है ?

पहला अंतर 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडे को नीचे से रस्सी द्वारा खींच कर ऊपर ले जाया जाता है, फिर खोल कर फहराया जाता है, जिसे ध्वजारोहण कहा जाता है क्योंकि यह 15 अगस्त 1947 की ऐतिहासिक घटना को सम्मान देने हेतु किया जाता है जब प्रधानमंत्री जी ने ऐसा किया था।…

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उस महिला ने शादी क्यों नहीं की

लड़कियों के एक विद्यालय में आई नई अध्यापिका बहुत खूबसूरत थी, बस उम्र थोड़ी अधिक हो रही थी लेकिन उसने अभी तक शादी नहीं की थी… सभी छात्राएं उसे देखकर तरह तरह के अनुमान लगाया करती थीं। एक दिन किसी कार्यक्रम के दौरान जब छात्राएं उसके इर्द-गिर्द खड़ी थीं तो एक छात्रा ने बातों बातों…

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बुल्गारिया में मिली 3 हजार पुरानी देवी की योनि गुफा

यह रहस्यमय गुफा 9वीं या 10वीं शताब्दी ईसा पूर्व में बना एक थ्रेसियन अभयारण्य(Thracian sanctuary) है। देवी की योनि का प्रतिनिधित्व करता है। बुल्गारिया में इस आकार की अन्य गुफाएँ हैं, लेकिन कोई भी इतनी शानदार नहीं है। 22 मीटर गहराई पर एक वेदी है, जो संभवतः देवी की गर्भाशय ग्रीवा या गर्भाशय का प्रतिनिधित्व…

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दुनियां का सबसे खतरनाक ट्रैक, जिसकी चढ़ाई 90 डिग्री तक है

|| हरिहरकिला नासिक || देश के इस किले तक पहुंचने के लिए गुजरना पड़ता है दुनिया के सबसे खतरनाक ट्रैक से… कई जगह चढ़ाई 90 डिग्री तक है।… देश के कई ऐतिहासिक किले से आपका परिचय हुआ होगा और उनकी कलात्‍मकता देख आप आश्‍चर्यचकित रह गए होंगे। मगर आपके लिए इस किले का सफर जितना…

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मुश्किल समय में धैर्य न खोने की सीख

एक बार एक व्यक्ति दिन भर मजदूरी करके पैसे कमाने के पश्चात अपने घर की तरफ जा रहा था। सर्दियों के दिन थे और शाम ढल चुकी थी। सर्दी से बचाव के लिए उसने चादर ओढ़ रखी थी। उसके इलाके में डाकूओं का बहुत प्रकोप था। अक्सर डाकू लोगों से उन का धन और कीमती…

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डाकिया बूढ़ी औरत को हजार रुपये क्यों भेजता था?

“अम्मा!.आपके बेटे ने मनीआर्डर भेजा है।”डाकिया बाबू ने अम्मा को देखते अपनी साईकिल रोक दी। अपने आंखों पर चढ़े चश्मे को उतार आंचल से साफ कर वापस पहनती अम्मा की बूढ़ी आंखों में अचानक एक चमक सी आ गई..“बेटा!.पहले जरा बात करवा दो।”अम्मा ने उम्मीद भरी निगाहों से उसकी ओर देखा लेकिन उसने अम्मा को…

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आदिवासियों का धर्मांतरणः इंदिरा, मोदी, RSS, ईसाई मिशनरियों का रुख और डिलिस्टिंग की मांग का क्या है कनेक्शन?

यह धर्मांतरण का मुद्दा ऐसा रहा है जिसपर हिन्दू और ईसाई समुदाय के अगुआ तो बोलते रहे, लेकिन आदिवासी समाज के अंदर से इसके खिलाफ कभी संगठित आवाज नहीं निकली. जब कभी प्रयास हुए भी, उसको राजनैतिक तौर पर विफल कर दिया गया. हालांकि एक बार फिर यह मांग देश के कुछ आदिवासी बहुल राज्यों…

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फीस समय की या अनुभव की होती है?

एक विशाल जहाज का इंजन खराब हो गया। लाख कोशिशों के बावजूद कोई इंजीनियर उसे ठीक नहीं कर सका। फिर किसी ने एक मैकेनिकल इंजीनियर का नाम सुझाया जिसे इस तरह के काम का 30 से अधिक वर्षों का अनुभव था। उसे बुलाया गया। इंजीनियर ने वहां पहुंचकर इंजन का ऊपर से नीचे तक बहुत…

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बच्चों को बता न सका कि मैं क्या काम करता हूं

मैंने अपने बच्चों को कभी नहीं बताया कि मेरा काम क्या है। मैं कभी नहीं चाहता था कि उन्हें मेरी वजह से शर्मिंदगी महसूस हो। जब मेरी सबसे छोटी बेटी मुझसे पूछती थी कि मैं क्या करता हूं, तो मैं झिझकते हुए उससे कहता था कि मैं मजदूर हूं। इससे पहले कि मैं हर दिन…

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10 most Expensive cities in the World धरती आबा बिरसा मुंडा के कथन