भुवनेश्वर: ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले की बीरमित्रपुर सीट से चार बार विधायक रहे वरिष्ठ आदिवासी नेता जॉर्ज तिर्की का शनिवार तड़के निधन हो गया। वह 67 वर्ष के थे और पिछले तीन माह से बीमार चल रहे थे। उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहाँ रात करीब एक बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
उनके निधन की खबर मिलते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप राय अस्पताल पहुंचे और तिर्की के पुत्र रोहित तिर्की को संवेदना व्यक्त की। शनिवार को ओडिशा विधानसभा में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और सदन द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
उनके पार्थिव शरीर को उनके राउरकेला स्थित सेक्टर-8 के आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। रविवार को सेक्टर-8 से अंतिम यात्रा निकाली जाएगी, जो वेदव्यास और कुआरमुंडा होते हुए बीरमित्रापुर स्थित झुरमुर चर्च पहुंचेगी, जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
एक प्रमुख आदिवासी नेता के रूप में पहचान
जॉर्ज तिर्की ने वर्ष 1995, 2000, 2009 और 2014 में बीरमित्रपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीता था। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से शुरू किया और दो बार उसके टिकट पर जीत हासिल की। ओडिशा, विशेषकर सुंदरगढ़ जिले में JMM को मजबूत करने में उनकी अहम भूमिका रही। वह एक सिद्धांतवादी और जमीन से जुड़े नेता के तौर पर जाने जाते थे, जो आदिवासी पहचान के मुद्दों को मुखरता से उठाते थे। उन्होंने एक बार स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में और बाद में समता क्रांति दल से भी चुनाव जीता था।
राजनीति में आने से पहले उन्होंने एक बैंकर के रूप में अपना करियर शुरू किया था। उनके पुत्र रोहित जोसेफ तिर्की ने 2024 का चुनाव बीजू जनता दल (BJD) के टिकट पर बीरमित्रपुर से जीता है।
नेताओं ने व्यक्त किया शोक
पूर्व मुख्यमंत्री और BJD अध्यक्ष नवीन पटनायक ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “जनसेवा के क्षेत्र में उनका आजीवन योगदान अतुलनीय है। लोगों के कल्याण के लिए उनका कार्य हमेशा स्मरणीय रहेगा।” ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने भी परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।