भारत में सुबह जल्दी नहाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। धार्मिक ग्रंथों और पुराणों में इसे स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम बताया गया है। लेकिन हमारे पड़ोसी देश चीन, जापान और कोरिया में इसके विपरीत, लोग आमतौर पर रात में नहाने को प्राथमिकता देते हैं। सवाल यह उठता है कि ऐसा क्यों? और विज्ञान किस नहाने को बेहतर मानता है?
रात में नहाने की परंपरा
जापान, कोरिया और चीन में रात में नहाने की आदत प्राचीन काल से चली आ रही है। वहां इसे केवल स्वच्छता नहीं, बल्कि दिनभर की थकान और तनाव दूर करने का तरीका भी माना जाता है।
- जापान: जापानी लोग स्नान को एक शुद्धिकरण प्रक्रिया मानते हैं, जिससे तन और मन दोनों को शांति मिलती है। वे इसे बेहतर नींद का एक जरिया भी मानते हैं।
- कोरिया: वहां के लोग दिनभर काम के बाद स्नान को शरीर को रिलैक्स करने और अच्छी नींद के लिए आवश्यक मानते हैं।
- चीन: चीनी संस्कृति में रात का स्नान स्वच्छता और मानसिक शांति का जरूरी हिस्सा है। उनका मानना है कि यह दिनभर शरीर पर जमी गंदगी और बाहरी नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है।

जलवायु और स्वास्थ्य कारण
चीन और जापान जैसे देशों की जलवायु अधिक आर्द्र और उष्णकटिबंधीय होती है, जिससे ज्यादा पसीना आता है। यह बैक्टीरिया और संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है। इसलिए रात में नहाना वहां स्वच्छता बनाए रखने के लिए भी आवश्यक हो जाता है।
रात में नहाने के फायदे
- दिनभर की थकान और मानसिक तनाव दूर करता है।
- शरीर को साफ रखने में मदद करता है, खासकर शहरी प्रदूषण से बचाव के लिए।
- अच्छी नींद लाने में सहायक होता है।
- त्वचा को साफ और स्वस्थ बनाए रखता है।
सुबह नहाने के फायदे
- दिन की शुरुआत में ऊर्जा और ताजगी का अहसास कराता है।
- शरीर को फुर्तीला बनाए रखता है।
- जिन लोगों को रात में अधिक पसीना आता है, उनके लिए सुबह नहाना फायदेमंद होता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
अध्ययनों के अनुसार, रात में नहाने से नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है और शरीर अधिक रिलैक्स महसूस करता है। हालांकि, सुबह नहाने से दिनभर के लिए तरोताजा महसूस होता है और काम में ऊर्जा बनी रहती है।
सुबह और रात दोनों समय नहाने के अपने-अपने फायदे हैं। दिन की शुरुआत में नहाना शरीर को ऊर्जावान बनाता है, जबकि रात में नहाने से दिनभर की थकान उतर जाती है और नींद बेहतर होती है। ऐसे में अगर संभव हो, तो दोनों समय नहाना सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।