
शंकर शाह मरावी और रघुनाथ शाह मरावी : गोंडवाना के बलिदानी वीर
भारत का स्वतंत्रता संग्राम केवल 1857 की लड़ाई या बाद के राष्ट्रीय आंदोलनों तक सीमित नहीं था। इसकी जड़ें बहुत गहरी थीं, जिनमें आदिवासी और स्थानीय शासक अपने-अपने ढंग से अंग्रेजी सत्ता का विरोध कर रहे थे। इन भूले-बिसरे नायकों में शंकर शाह मरावी और उनके पुत्र रघुनाथ शाह मरावी का नाम अत्यंत महत्वपूर्ण है।…