सरना स्थल सिर्फ एक पेड़ बनकर रह गए, क्या यह आदिवासियों के विनाश का संकेत है? अन्य लोगों पर इसका प्रभाव
विजय उरांव, फर्स्ट पीपल के लिए सरना स्थल और ओरण न केवल पर्यावरण संरक्षण का पारंपरिक मॉडल है, बल्कि यह आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामुदायिक पहचान का अभिन्न हिस्सा भी है। भारत के पवित्र वनों की परंपरा हजारों साल पुरानी है। ये वन क्षेत्र उन प्राकृतिक स्थलों का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां प्रकृति…