सैन फ्रांसिस्को में 26 वर्षीय सुचिर बालाजी, जो पहले OpenAI में रिसर्चर के रूप में काम कर चुके थे, अपने फ्लैट में मृत पाए गए। बालाजी लंबे समय से OpenAI की नीतियों और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते रहे थे और इसके खिलाफ सार्वजनिक रूप से आलोचना करते थे।
बालाजी का OpenAI से जुड़ाव और आरोप
सुचिर बालाजी ने 2020 में OpenAI जॉइन किया था और चार साल तक कंपनी में काम किया। वह GPT-4 और WebGPT जैसे प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रहे। हालांकि, कंपनी में रहते हुए उन्होंने OpenAI पर गंभीर आरोप लगाए कि वह ChatGPT जैसे एआई मॉडल्स को प्रशिक्षित करने के लिए बिना अनुमति के कॉपीराइटेड सामग्री का उपयोग कर रही है। उन्होंने दावा किया था कि यह न केवल सामग्री के स्वामित्व का उल्लंघन है, बल्कि इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्रियों के दुरुपयोग का भी उदाहरण है।
बालाजी के आरोपों ने OpenAI और उसकी साझेदार Microsoft के खिलाफ कई कानूनी मुकदमों को जन्म दिया। इन मुकदमों में लेखकों, पत्रकारों, और कलाकारों ने दावा किया कि उनकी सामग्री का अवैध रूप से उपयोग किया गया।
मौत की परिस्थितियां
सुचिर बालाजी पिछले कुछ दिनों से अपने दोस्तों और सहकर्मियों के संपर्क में नहीं थे। जब उनके साथियों ने पुलिस को सूचना दी, तो फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद पाया गया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव बरामद किया। प्रारंभिक जांच में किसी साजिश का प्रमाण नहीं मिला है, और इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है।
AI इंडस्ट्री पर प्रभाव
बालाजी की मौत ऐसे समय पर हुई है जब OpenAI पहले से ही कई विवादों और मुकदमों में घिरी हुई है। उनके निधन ने तकनीकी उद्योग और उनके सहयोगियों को झकझोर दिया है। OpenAI ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं।
सुचिर बालाजी एआई के क्षेत्र में एक प्रमुख आवाज थे, जो तकनीक के नैतिक उपयोग के लिए प्रतिबद्ध थे। उनका जाना इस बहस को और गहराई देगा कि AI कंपनियों को सामग्री के उपयोग के मामले में पारदर्शिता और जिम्मेदारी कैसे सुनिश्चित करनी चाहिए।