Category: First People
भारतीय संविधान सभा में आदिवासी प्रतिनिधियों की भूमिका: जानिए उनके योगदान और संघर्ष
भारतीय संविधान सभा, जिसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक संविधान का निर्माण करने का गौरव प्राप्त है, विभिन्न क्षेत्रों, वर्गों और समुदायों के प्रतिनिधित्व का प्रतीक थी। इसमें आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले कुछ ऐसे नाम शामिल थे, जिन्होंने न केवल स्वतंत्र भारत की नींव को मजबूती दी, बल्कि आदिवासियों के अधिकारों और उनके…
मानगढ़ धाम क्या है, इसके इतिहास को समझे?
मानगढ़ धाम मानगढ़ धाम राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जो भील आदिवासियों के साहस और बलिदान का प्रतीक है। इसे “आदिवासियों का जलियांवाला बाग” भी कहा जाता है। मानगढ़ धाम का इतिहास 20वीं शताब्दी की शुरुआत में औपनिवेशिक शासन के दौरान हुए आदिवासी विद्रोह और उनके धार्मिक गुरु…
आदिवासी भगवान कौन है?
आदिवासी समाज के धर्म और संस्कृति में “भगवान” की धारणा मुख्य रूप से प्रकृति और उनके पूर्वजों की पूजा पर आधारित है। आदिवासियों के लिए भगवान का स्वरूप पारंपरिक धार्मिक ग्रंथों से अलग होता है। वे प्रकृति, जल, जंगल, और जानवरों को ही पूजनीय मानते हैं क्योंकि उनका जीवन इन तत्वों पर निर्भर करता है।…
कलाश जनजाति: धर्मांतरण और तालिबान के खतरे में विलुप्त होती सांस्कृतिक विरासत
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की पहाड़ियों में बसे चितरल जिले की तीन घाटियां – बिरीर, रुम्बूर, और बंबूरित – अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जानी जाती हैं। लेकिन इन घाटियों की पहचान सिर्फ उनके खूबसूरत दृश्यों तक सीमित नहीं है। यहां निवास करती है एक अद्भुत जनजाति – कलाश। अपनी अनूठी संस्कृति, परंपराओं और…
पारंपरिक सखुआ पत्तल से लेकर आधुनिक मशीन-निर्मित विकल्प तक, इससे पर्यावरण को क्या लाभ?
भारत के आदिवासी समाज की पहचान उनके पारंपरिक जीवनशैली, कला, और संस्कृति से होती है, जो प्राकृतिक संसाधनों का सम्मान करते हुए उसे अपनी जरूरतों के अनुसार उपयोग करते हैं। इन संसाधनों में से एक अद्भुत और अनोखा उत्पाद है – सखुआ पत्तल । यह साधारण सी दिखने वाली प्लेट न केवल आदिवासी जीवन की…
दुर्गा बाई व्योम: गोंड कला से पद्मश्री तक की प्रेरणादायक यात्रा
दुर्गा बाई व्योम का नाम भारतीय लोककला के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वह मध्य प्रदेश के आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं और अपनी गोंड कला के लिए प्रसिद्ध हैं। दुर्गा बाई व्योम की यात्रा न केवल उनकी कलात्मक उपलब्धियों की कहानी है, बल्कि यह संघर्ष, समर्पण और अपनी जड़ों से जुड़े…
बीस बरस की काली रात, आदिवासियों का खोता हुआ भविष्य: कार्तिक उरांव
बीसवीं सदी में आदिवासी समाज की स्थिति और अधिकारों पर बहस ने भारतीय राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य को प्रभावित किया। डॉ. कार्तिक उरांव जैसे समाज सुधारकों ने इस मुद्दे को लेकर गंभीर विचार किए। उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि कैसे आदिवासी समाज परिवर्तन के दौर में भी अपनी पहचान, अधिकार और संस्कृति से वंचित…
Top 10 Tribal Superfoods: Ancient Nutrition Secrets for Modern Health
Top 10 Tribal Superfoods: A Journey into Indigenous Nutrition Tribal communities across the world have relied on nature for sustenance, creating diets rich in nutrients and health benefits. These superfoods, derived from ancient practices, offer a glimpse into their connection with the environment. Here are the top 10 tribal superfoods celebrated for their nutritional and…
The Last Guardians: Investigating the Survival of Uncontacted Tribes
IntroductionDeep within the untouched corners of the world, uncontacted tribes remain shrouded in mystery. These isolated communities, numbering roughly 100 globally, have resisted or avoided contact with modern civilization. While their stories evoke fascination, they also raise questions about exploitation, land grabs, and the ethics of interference. Investigating their plight reveals a collision between cultural…
Stereotypes about Adivasis: A bridge between reality and myths
Adivasi communities are an integral part of India’s rich cultural and historical heritage. Their traditions, customs, and lifestyles add depth to the diversity of this country. But unfortunately, mainstream society and media have many stereotypes about Adivasis. These stereotypes hide their real contributions, struggles, and identity, and present them as a homogenous and backward community….