पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा ‘आदिवासी दिवस’ (Adivasi Diwas) के अवसर पर झारग्राम में एक भव्य राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस चार दिवसीय उत्सव का शुभारंभ किया, जिसमें हजारों की संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग पारंपरिक परिधान में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने आदिवासी नृत्य मंडली के साथ ‘मदल’ बजाकर कार्यक्रम की शुरुआत की और मंच से कहा कि राज्य सरकार आदिवासी समाज की संस्कृति, अधिकार और गरिमा की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध है।
कार्यक्रम के दौरान लाभार्थियों को विभिन्न सामाजिक योजनाओं का लाभ प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने आदिवासी विकास के लिए अलग विभाग और बोर्ड गठित किए हैं और वनाधिकार कानून को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि कुछ ताकतें मतदाता सूची से नाम हटाने और NRC जैसे नोटिसों के माध्यम से आदिवासियों व गरीब तबके को डराने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की।
इससे पहले, 6 अगस्त को मुख्यमंत्री ने झारग्राम में एक विरोध रैली का नेतृत्व करते हुए बंगाली भाषा और जनजातीय पहचान के अपमान के खिलाफ भी आवाज़ उठाई थी।
मुख्य बिंदु:
मुख्यमंत्री ने ‘आदिवासी दिवस’ पर किया भव्य आयोजन का उद्घाटन
लाभार्थियों को सामाजिक योजनाओं के प्रमाणपत्र सौंपे गए
NRC और मतदाता सूची को लेकर चेतावनी
बंगाली और आदिवासी पहचान की रक्षा पर जोर