देश के 13वें प्रधानमंत्री, डॉ. मनमोहन सिंह, का गुरुवार रात दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। उनके निधन पर देश में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए लोग उनसे जुड़ी यादें और किस्से साझा कर रहे हैं।
योगी सरकार में मंत्री असीम अरुण भी उनमें से एक हैं, जिन्होंने करीब तीन साल तक डॉ. मनमोहन सिंह के बॉडीगार्ड के रूप में सेवा दी। 2004 से तीन साल तक वह उनकी क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम (CPT) के प्रमुख थे, जो प्रधानमंत्री की सुरक्षा का सबसे अंदरूनी घेरा होता है। अपने अनुभव साझा करते हुए असीम अरुण ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर डॉ. मनमोहन सिंह की सादगी को याद किया।
मारुति 800 और उनकी सादगी
असीम अरुण ने लिखा, “डॉ. साहब की अपनी एक ही कार थी—मारुति 800, जो पीएम हाउस में खड़ी चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे रहती थी। वे हमेशा कहते, ‘असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गाड़ी तो यही है (मारुति)।’ मैं समझाता कि सर, यह गाड़ी आपकी सुरक्षा के लिए है, लेकिन जब भी कारकेड निकलता, उनकी नजरें मारुति पर टिक जातीं। ऐसा लगता था जैसे वे याद दिला रहे हों कि मैं एक मिडिल क्लास व्यक्ति हूं, और आम आदमी की चिंता करना मेरा कर्तव्य है। करोड़ों की गाड़ी पीएम की हो सकती है, लेकिन मेरी तो यही मारुति है।”
मनमोहन सिंह से मिली सीख
आईपीएस अधिकारी रहे असीम अरुण ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वीआरएस लेकर कन्नौज सीट से चुनाव लड़ा और योगी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने। उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा, “उन तीन सालों में मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा। उनकी सादगी और विनम्रता मेरे लिए हमेशा प्रेरणा रहेगी।”